बुधवार, 29 जून 2011

ग़ज़ल

जलता रहता है सीने में ,निकलता नहीं धुआं 
दिल का ये कोना छोड़ के, फिर जाएगा कहाँ

आज आ के मुझसे बोल दे, तू दिल की सारी बात,
दिल के ये सारे राज़, तू छुपायेगा कहाँ

तुझे देख के ही होता है मुझको हर दिन नसीब
दिल का मैं ये चैन अब फिर पाऊंगा कहाँ

हर रास्ता ले जाता है क्यों मुझको तेरी ओर
ये रास्ता भी छोड़ के मैं जाऊँगा कहाँ
   
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वो क्या है 

जो मेरी आँखों से नज़र आता है

एक दुनिया सी दिखती है

नयी सी बिलकुल,
 उसमे झूट या फरेब नहीं है

मै वो दुनिया दिखा नहीं पाता तुम्हें

और तुम
अनदेखी चीज़ों पर कभी यकीन नहीं करते..      

बुधवार, 15 जून 2011

पन्ने

पुराने , कुछ नए पुराने 

हजारों पन्ने
लफ़्ज़ों से भरे हुए

अलग अलग रंगों की 
स्याही से लिखे

कुछ पानी की बूंदों से 
धुंधले पड़ गए 

कुछ वक़्त के साथ बासी 
हो गए पन्ने

सहेजता रहता हूँ मै 

पन्ने , कुछ मुड़े हुए से

कुछ टुकडो में बंटे हुए

अलग अलग खुशबू से 
भरे हुए 

सहेजता रहता हूँ मै  
बस यूँही 

मंगलवार, 7 जून 2011

ये शहर

ये शहर कभी तो हैरान करता है;
फिर दिल को कभी कभी परेशान करता है

साँसे रोक लेता हूँ मै जब कभी सड़क पे 
ये शहर मुझसे जान पहचान करता है

कभी थोड़ी सी जगह के लिए रास्तों में,
न जाने क्यों ये मुझको बेईमान  करता है

इतनी भीड़ है कि कोई नहीं देखता ,मै या तुम
ये शहर छुपने का काम आसान करता है

ऐसे वक़्त में जहाँ कोई किसी का नहीं होता;
शहर ये लाखों लोगों पे एहसान करता है

बदल देता है अन्दर तक सबकी रूहों को
शैतान को इंसान, इंसान को शैतान करता है

कभी ख्वाबों को पानी दे के सींचता है;
कभी उसी ज़मीन को रेगिस्तान करता है


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जादू

हाँ , कुछ ऐसा ही तो होता है

जो दिखता तो है पर
यकीन करने का मन नहीं होता

भीड़ से किसी को बुला के 
जादूगर दिखाता है लोगों को

लोग हैरान होते हैं
तालियाँ बजाते हैं

तब भी हैरान होते हैं

मगर  कुछ अलग तरह से

पर इस बार ताली नहीं बजाते 

दबी जुबां में गालियाँ बकते हैं,

सामने से फिर भी मुस्कुरा के जवाब देते हैं


बुधवार, 1 जून 2011

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अब सब बदल गया है

कुछ भी पहले जैसा नहीं रहा..

न वो पहले सी बारिश होती है
न वो पहले से फूल खिलते हैं

एक अजीब सी खलिश सी दिल में रहती है

अब सब कुछ बदल गया है

न वो पहले सी सुबह होती है
न वो पहले सी शाम होती है

एक अजीब सा नशा सा छाया रहता है

अब सब कुछ बदल गया है

कुछ भी पहले जैसा नहीं रहा

न अब रात को अचानक नींद टूट.ती है
न दिन को कभी बुरा सा लगता है..