बदलाव वक़्त के साथ
देखने में
सुनने में
और सबसे ज़्यादा समझने में
कब होगा ?
मत पूछिए।
पूछिए वो सवाल
जिसका जवाब तैयार हो
बना बनाया , रेडी मेड।
आजकल मेहनत नहीं करना चाहता कोई ,
सबको जल्दी है
आगे जाने की
और उसे से भी ज़्यादा पीछे छोड़ने की
अपने आस पास के लोगों को
दोस्तों को
पियर ग्रुप को
पड़ोसियों को
नहीं देख पाते वो कि
क्या छूट रहा है पीछे
वो खुद छूट रहे हैं
उनका वजूद
जिस कद को बढ़ाना चाहते हैं
वो घट रहा है
दूसरों की नज़र में
खुद की नज़र में भी शायद
लेकिन फिर भी
इस चूहा दौड़ में शामिल होना है ,
लोग बदलाव के सवाल का सामना नहीं करना चाहते
मत पूछिए ऐसे सवाल
बन जाइये रेडी मेड
मेड इन इंडिया।