हम ख़याल
मंगलवार, 10 मई 2011
तुम जो खोये-खोये रहते हो
अच्छा नहीं लगता,
1 टिप्पणी:
Shahid Ansari
ने कहा…
thanx..!
9 जुलाई 2011 को 9:08 am बजे
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1 टिप्पणी:
thanx..!
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