शनिवार, 30 जनवरी 2010

लोग किताबों में मतलब ढूँढा करते हैं;
जिंदगी इतनी उलझी हुई तो चीज़ नहीं.

हर मुलाक़ात आखिरी सी लगती है;
पर वो मेरे इतने तो करीब नहीं.

शनिवार, 16 जनवरी 2010

हमे पता था कि हालात भी बदलेंगे
पर इतना बदल जायेंगे ये नहीं सोचा;

तमाम उम्र सोचते रहे कि क्या सोचे
सिवा तेरे हमने कुछ और नहीं सोचा;


मुश्किलों से घबरा के हार मान बैठे
आसान मुश्किलें ही होती है नहीं सोचा;