एक जूनून सवार है लोगों पर
एक दुसरे के पर काटने का,
कोई किसी को आज़ाद उड़ते नहीं देखना
चाहता,
आज़ादी चुभती है दिल में
जैसे हम छीन रहे है लोगों से कुछ
अपनी आज़ादी के लिए,
एक दुसरे के पर काटने का,
कोई किसी को आज़ाद उड़ते नहीं देखना
चाहता,
आज़ादी चुभती है दिल में
जैसे हम छीन रहे है लोगों से कुछ
अपनी आज़ादी के लिए,