दिल-ए-बर्बाद, को दिल-ए-आबाद कहिए,
सिनेमा में खड़े होके, ज़िंदाबाद कहिये।
कहने वाले तो, क्या कुछ नहीं कह जाते,
क्यों न फिर आप, हाल-ए-बेदाद कहिये।
ये मुल्क थोड़ा आपका भी तो है शायद,
कह डालिये, जो इसको जायदाद कहिये।
रहते हैं तो रहिये हज़ार पहरों में ,
खुद को लेकिन, मगर आज़ाद कहिये।
______शाहिद अंसारी
सिनेमा में खड़े होके, ज़िंदाबाद कहिये।
कहने वाले तो, क्या कुछ नहीं कह जाते,
क्यों न फिर आप, हाल-ए-बेदाद कहिये।
ये मुल्क थोड़ा आपका भी तो है शायद,
कह डालिये, जो इसको जायदाद कहिये।
रहते हैं तो रहिये हज़ार पहरों में ,
खुद को लेकिन, मगर आज़ाद कहिये।
______शाहिद अंसारी