मुश्किलें क़ैद कर गया मेरी ,
वो मेरे दर्द भी चुरा ले गया !
मेरी चाहतों में एक ही नाम था,
वो नाम भी कोई दूसरा ले गया।
हिकारतों भरी नज़र से देखता था मुझे,
मुझसे जीने का आसरा ले गया !
मुझसे छीन कर ज़िन्दगी मेरी,
वो मेरी जान को कहाँ ले गया !
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