अब सब बदल गया है
कुछ भी पहले जैसा नहीं रहा..
न वो पहले सी बारिश होती है
न वो पहले से फूल खिलते हैं
एक अजीब सी खलिश सी दिल में रहती है
अब सब कुछ बदल गया है
न वो पहले सी सुबह होती है
न वो पहले सी शाम होती है
एक अजीब सा नशा सा छाया रहता है
अब सब कुछ बदल गया है
कुछ भी पहले जैसा नहीं रहा
न अब रात को अचानक नींद टूट.ती है
न दिन को कभी बुरा सा लगता है..
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