हम ख़याल
मंगलवार, 21 फ़रवरी 2012
...
आह तक जज़्ब कर गयी मेरी;
तेरी याद सब छीन ले गयी मुझसे...
1 टिप्पणी:
kruti
ने कहा…
:)
4 मार्च 2012 को 2:08 pm बजे
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
1 टिप्पणी:
:)
एक टिप्पणी भेजें