मंगलवार, 12 नवंबर 2013

वक़्त क्या कुछ नहीं होता

वक़्त क्या  कुछ
नहीं होता  ,

जब अच्छा हो तो
नए और लाजवाब किस्सों
कहानियों का सबब बनता है,

जब बुरा हो तो कड़वी याद
बन कर ता-ऊम्र सबक
सिखाता रहता है,

मुश्किल हो
तो एक अच्छे दोस्त कि तरह
जीने के तरीके सिखाता है ,
देखने और समझने कि क़ूवत
पैदा करता है,

वक़्त जब गुज़रा हुआ
होता है, तो साये
की तरह साथ चलता है,

और आने वाला वक़्त सपने दिखता है,
ज़िंदगी में उम्मीद लाता है

एक वक़्त ही तो है
जो हमेशा साथ चलता है,

लोग पीछे छूट जाते हैं,
नए लोग शामिल हो जाते है,
पर वक़्त अपनी रफ़्तार से
कभी  तेज़ , कभी धीरे

हमारे सफ़र का गवाह बना रहता है,

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