दिल के टुकड़े
कांच के नहीं होते,
कांच के नहीं होते,
चुभते बिल्कुल भी नहीं
बस समेटे नहीं जाते,
बस समेटे नहीं जाते,
एक क़तरा
तुम्हारे हिस्से,
एक मसाएल के नाम,
तुम्हारे हिस्से,
एक मसाएल के नाम,
कुछ मध्धम सी
मीठी सी हंसी के नाम,
कुछ चेहरे की खुशी के नाम,
मीठी सी हंसी के नाम,
कुछ चेहरे की खुशी के नाम,
मैं दिल बांट देता हूँ,
कि बाँटने से दिल हज़ार हो जाते हैं,
कि बाँटने से दिल हज़ार हो जाते हैं,
यूँ तो लोग खुशियाँ बाँटने की
बात करते हैं,
और दिल के टूटने की,
बात करते हैं,
और दिल के टूटने की,
पर दिल के हिस्सों पर
कुछ ज्यादा काम हुआ नहीं अब तक,
कुछ ज्यादा काम हुआ नहीं अब तक,
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