थोड़ी सी तेज़ रफ़्तार
भागने पर मजबूर कर देती है।
ज़िंदगी की रेस में पीछा
करना पड़ता है ख़्वाबों का ,
कुछ ख्वाब बस दिन भर
के लिए होते हैं ,
अगर वक़्त पे उनपे
ध्यान न दिया ,
तो
वो भीड़ में गुम हो जाते हैं।
नए ख्वाब पुरानो
से ज़यादा तेज़ दौड़ते हैं ,
पुराने कुछ अलसा से
जाते है , वक़्त के साथ ,
और फिर अपनी मौत मर जाते हैं।
जिस रफ़्तार से ख्वाब अपना
चेहरा बदलते हैं ,
हमे उनके पीछे टुकटुकी लगाये
ध्यान देना पड़ता है ,
दौड़ना पड़ता है।
ज़िंदगी की रेस में पीछा
करना पड़ता है ख़्वाबों का ,
कुछ ख्वाब बस दिन भर
के लिए होते हैं ,
अगर वक़्त पे उनपे
ध्यान न दिया ,
तो
वो भीड़ में गुम हो जाते हैं।
नए ख्वाब पुरानो
से ज़यादा तेज़ दौड़ते हैं ,
पुराने कुछ अलसा से
जाते है , वक़्त के साथ ,
और फिर अपनी मौत मर जाते हैं।
जिस रफ़्तार से ख्वाब अपना
चेहरा बदलते हैं ,
हमे उनके पीछे टुकटुकी लगाये
ध्यान देना पड़ता है ,
दौड़ना पड़ता है।
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