सुनसान है
साल का आखिरी
समय
पूरे साल की धूप
ख़त्म हो गयी है ,
कुहरा अब अंदर भी है
और बाहर भी ,
कुछ समय बाद सूरज
निकले शायद।
तब तक हो सकता
है
सीलन आ जायेगी
दीवारों में ,
और कुछ कुछ दिल में
भी आ जाए इस ठण्ड में ,
धूप नहीं निकलती आजकल ,
दिल भी थोड़ी
गर्मी की तलाश करता है।
साल का आखिरी
समय
पूरे साल की धूप
ख़त्म हो गयी है ,
कुहरा अब अंदर भी है
और बाहर भी ,
कुछ समय बाद सूरज
निकले शायद।
तब तक हो सकता
है
सीलन आ जायेगी
दीवारों में ,
और कुछ कुछ दिल में
भी आ जाए इस ठण्ड में ,
धूप नहीं निकलती आजकल ,
दिल भी थोड़ी
गर्मी की तलाश करता है।
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