गुरुवार, 10 मार्च 2011

पता नहीं
सच में पता नहीं
वजह  ज़रूरी है मगर 
फिर भी पता नहीं

क्या सचमुच पता नहीं
या कुछ मालूम है

हल्का सा कुछ

2 टिप्‍पणियां:

Arshad Ali ने कहा…

कुछ न कुछ तो पता सभी को है ...मगर कोई बताएगा नहीं
सब कुछ तो बता दिया उस ऊपर वाले ने, पर
उसके कहे को कोई अपनाएगा नहीं
बेशक सब कुछ जान कर भी बे इल्म हम रहे
कम से कम ता-उम्र अक्ल "अरशद" आएगा नहीं

Shahid Ansari ने कहा…

bahut khoob arshad bhai...