मंगलवार, 6 मार्च 2012

आसानी ....

तुम आसमान पे रहते हो ,
मै ज़मीन पे दिखता हूँ,


इतना आसान नहीं दूरियों
को मिटा पाना....

मेरी बातों से परेशान होना,
मेरे दिखने से हैरान होना,

जो साथ मुश्किल लगे मेरा,
तो फिर चले जाना...

लोग पूछेंगे तुमसे,
जवाब मत देना,


जो चाहेंगे तुमसे लेना,
वो बात मत देना,


जब रास्ता आसान हो जाए,
तो मुझे भुला देना,


तुम खिलते रहना,
मौसम बदलते रहेंगे,


दोस्त बनाते रहना,
लोग मिलते रहेंगे,


जब याद आये कभी मेरी,
तो बस बतला देना,..


तुम तारों के साथ रहते हो,
मै सहरा न छोड़ना चाहूं,



इतना आसान नहीं दूरियों
को मिटा पाना...






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