सोमवार, 13 मई 2019

गज़ल


***
खून आँखों में जमा रहता है,
अश्क दिल से बहता रहता है।

दिल धड़कता है, खुद से कहता है,
क्या कोई है जो यहाँ रहता है।

दिल मेरा सख्त हो गया हमदम,
दर्द इतना भी कोई सहता है।

~ शाहिद

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