तुम वो तो नहीं हो?
जिसे वो ढूंढते हुए
आया था यहाँ ?
"कहाँ है अब वो ?"
पूछा उसने ...
वो तो चला गया ;
दो महीने होने को आये
बिना किसी को कुछ बताये
वो अचानक एक दिन चला गया...
कुछ दिन पहले ही मुझे पता चला..
एक ख़त छोड़ गया था;
कह रहा था कि
तुम आओगी यहाँ;
हर रोज़ आता था यहाँ;
यही मुलाक़ात हुयी थी उस से;
उस दिन बहुत उदास था;
मुझसे घंटो तुम्हारी
बाते किया करता था;
ये एक ख़त
छोड़ गया है तुम्हारे नाम;
मैंने उस से कहा भी था
कि पता नहीं मै
ये तुम्हे दे भी पाऊंगा या नहीं ;
पर उसे पूरा यकीन था;
तुम्हे देख के लगता है
वो गलत नहीं था....
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