मुझे
उम्मीदें पालने का शौक़ है;
झूटी उम्मीदें
जो कभी पूरी नहीं होती
वो
जो जीना मुश्किल बना देती हैं;
पर
इन्ही के भरोसे तो दुनिया कायम है
क्यों?
तुम नहीं पालते,
उम्मीदें;
अच्छे
हो तुम;
तुम्हे फर्क नहीं पड़ता नाः?
अच्छा है ,
कितना अजीब हैं ना
हम दोनों की दुनिया
जो कभी एक सी थी,
आज अलग है
क्यों?
जवाब नहीं दोगे तुम?
रहने दो,
अच्छा नहीं है
तुम्हारे लिए;
तुम्हारी इमेज के लिए;
बुरा बनना
और बुरा होना
सिर्फ हमारी किस्मत में लिखा है....
उम्मीदें पालने का शौक़ है;
झूटी उम्मीदें
जो कभी पूरी नहीं होती
वो
जो जीना मुश्किल बना देती हैं;
पर
इन्ही के भरोसे तो दुनिया कायम है
क्यों?
तुम नहीं पालते,
उम्मीदें;
अच्छे
हो तुम;
तुम्हे फर्क नहीं पड़ता नाः?
अच्छा है ,
कितना अजीब हैं ना
हम दोनों की दुनिया
जो कभी एक सी थी,
आज अलग है
क्यों?
जवाब नहीं दोगे तुम?
रहने दो,
अच्छा नहीं है
तुम्हारे लिए;
तुम्हारी इमेज के लिए;
बुरा बनना
और बुरा होना
सिर्फ हमारी किस्मत में लिखा है....
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