कुछ नाम है मेरे पास
जिनका कोई मतलब नहीं
आम तौर पर बेमतलब के नाम
नहीं होते
वो तो रखे ही ऐसे जाते हैं
जिनका कुछ मतलब हो
ऐसे जिन्हें रखने से असर पड़े
नेक लोगों के नाम पे
अच्छे हौसलों के नाम पे
पर इस से कुछ असर पड़ते
मैंने नहीं देखा कभी
हाँ
लोग नाम की तौहीन करने में
लोग नाम की तौहीन करने में
आगे रहते हैं ज़्यादातर
जैसे कल अब्दुल चौराहे पे खड़े हो के
गालियाँ बक रहा था
या वो राम जो शराब के नशे में
अपनी बीवी को पीट रहा था
मै ये नाम
नीलाम कर दूंगा
किसी अबस्ट्राकट पेंटिंग
की तरह जो आजकल
महंगे दामों में बिक जाती है
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