हम ख़याल
शुक्रवार, 10 दिसंबर 2010
मुझे सुन.ना है
तुम कुछ मत सोचो
कुछ काम मेरे हिस्से ही अच्छे लगते हैं
तुम बस कहो
वो सब कुछ जो तुम्हे पसंद है
मुझे सुन.ना है ,सब कुछ आज
कितने दिन हुए
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें